केंद्र सरकार पर लगाए गंभीर आरोप,,13 को कांग्रेस का रेल रोको आंदोलन ,,शुरू हुआ पोस्टरवार,,

केंद्र सरकार द्वार जानबुझकर यात्राी ट्रेनों को रद करने और परिचालन बंद करने का आरोप ल्गाते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने 13 सितंबर को प्रदेशभर में रेल रोको आंदोलन का ऐलान कर दिया है। इससे पहले प्रदेशभर में माहौल बनाने और आम लोगों को आंदोलन से जोड़ने के लिए 10 से 12 सितम्बर तक पोस्टर वार शुरू कर दिया है। बिलासपुर जिले के अंतर्गत आने वाले ब्लाक कांग्रेस कमेटी द्वारा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज की तस्वीर लगी और केंद्र सरकार पर आरोपों की बौछार वाली पोस्टर गांव-गांव में चस्पा किया जा रहा है।
जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय केशरवानी ने पोस्टरवार प्रारंभ करने के साथ् ही इंटरनेट मीडिया के जरिए माहौल बनाने के लिए आइटी सेल के पदाधिकारियों को भी निर्देशित किया है। पीसीसी के निर्देश पर नजर डालें तो 13 सितंबर को प्रदेशभर में कांग्रेस के पदाधिकारी आम लोगों के साथ रेल रोकेंगे। आम लोगों की आंदोलन में सहभागिता के लिए गांव-गांव में माहौल बनाने का काम प्रारंभ हो रहा है। इसके लिए प्रथम चरण में पोस्टर चस्पा करने का काम किया जा रहा है। पोस्टर चस्पा करने के साथ ही इंटरनेट मीडिया के जरिए केंद्र सरकार और रेलवे के खिलाफ माहौल बनाया जा रहा है। यात्री ट्रेनों को जानबुझकर रद करने या फिर परिचालन बंद करने की साजिश रचकर आम लोगों की परेशानी बढ़ाने का काम किया जा रहा है। इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म में अब यह मुद्दा जोर पकड़ने लगा है।
00 पोस्टर में ये लगाए आरोप
वर्षों से भारतीय रेलवे आम जनता का भरोसेमंद, सस्ता और सुलभ परिवहन का पर्याय हुआ करता था जिसे मोदी राज में रेलवे की विश्वसनीयता को खत्म करके निजी हाथों में बेचने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। बिना कोई कारण बताये, बिना किसी ठोस वजह के यात्री ट्रेनों को अचानक रद कर दिया जाता है। रेलवे द्वारा यात्री ट्रेनों को महीनों, हफ्तों तक बंद करने का फरमान जारी कर दिया जाता है। महीनों पहले यात्रा की योजना बना कर रिजर्वेशन करा चुके नागरिकों की परेशानी से रेलवे को और केंद्र की मोदी सरकार को कोई मतलब नहीं रहता है। यात्री ट्रेनों को जानबूझकर रद किया जाता है। कभी कोयले के आपूर्ति के नाम पर, कभी कोई और कारण बता कर यह विश्वसनीय यात्री सेवा भारतीय रेल को बदनाम करने की साजिश है ताकि लोग रेलवे से परेशान हो जाये और रेल को भी मोदी अपने उद्योगपति मित्र अदाणी के हवाले कर सके।
00 एक आरोप ऐसा भी
* देश भर के 6800 रेल स्टोपेज बंद किए गए, जिसमें से 200 अकेले छत्तीसगढ़ में हैं।
* साधारण पैसेंजर मेमू ट्रेन को स्पेशल ट्रेन बनाकर दोगुना किराया वसूला जा रहा है।
* स्लीपर और सामान्य श्रेणी के डिब्बों की संख्या घटाई गई।
00 साढ़े तीन साल में 67382 ट्रेनों को रद किया गया
0 वर्ष 2020 में 32757 ट्रेनें निरस्त की गई
0 वर्ष 2021 में 32151 ट्रेनें निरस्त की गई।
0 वर्ष 2022 में 2474 ट्रेनें निरस्त की गई।
0 वर्ष 2023 में (अप्रैल माह तक) 208 ट्रेनें निरस्त की
0 24 ट्रेनें अगस्त के अंत तक रद्द
0 छत्तीसगढ़ से जाने वाली नौतनवा और सारनाथ एक्सप्रेस 64 दिन तक रद कर दी गयी जिसके कारण दो महीने तक लोग अस्थि कलश गंगा में विसजित नहीं कर पाए
00 प्रदेश कांग्रेस ने उठाए ये सवाल
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दर्जनों बार देश के प्रधानमंत्री और रेल मंत्री को छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली ट्रेन के संचालन की व्यवस्था को दुरुस्त करने अनेक पत्र लिखा है लेकिन छत्तीसगढ़ के प्रति केंद्र की उपेक्षा, भेदभाव और अव्यवस्था यथावत जारी है। केंद्र की मोदी सरकार को देश भर में सबसे ज्यादा कमाई करके देने वाले बिलासपुर जोन, जिसके अंतर्गत पूरा छत्तीसगढ़ आता है वहीं के यात्रियों को सुविधा से वंचित और उपेक्षित रखा जा रहा है। भाजपा बताए कि अचानक दर्जनों ट्रेनें निरस्त करके प्रताड़ित करने का कारण क्या है।
00 गांव गांव में लग रहा पोस्टर
जिला अध्यक्ष विजय केसरवानी ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर शनिवार से पोस्टरवार की शुरुआत की गई है। ब्लाक कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों को गांव-गांव में पोस्टर चस्पा करने और ग्रामीणों से सीधी बात करने निर्देशित किया गया है। बातचीत के दौरान केंद्र द्वारा रची जा रही साजिश से अवगत कराने और 13 सितंबर को रेल रोको आंदोलन में अधिक से अधिक सहभागिता तय करने कहा गया है।