IPS अफसरों के ट्रांसफर की जल्द आएगी लिस्ट….बदल सकते हैं कई जिलों के पुलिस कप्तान…

28 अप्रैल, 2023रायपुर// प्रदेश में आईएएस अधिकारियों के तबादले के बाद अब बारी आईपीएस अधिकारियों की है। रायपुर,दुर्ग सहित प्रदेश के करीब 10 से अधिक जिलों में बदलाव के संकेत मिल रहे हैं,…
वहीं बस्तर IG का भी बदला जाना लगभग तय है। CM भूपेश बघेल अगले मई के महीने में कलेक्टर और SP कॉन्फ्रेंस लेने वाले हैं। इससे पहले ही नये अधिकारियों को नयी पोस्टिंग दे दी जाएगी। इस लिस्ट को चुनाव के मद्देनजर रखकर भी बनाया जा रहा है छत्तीसगढ़ में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और इसे चुनाव से पहले का प्रशासनिक फेरबदल बताया जा रहा है।
हालांकि चुनाव से पहले यह अंतिम तबादला नहीं होगा। इसके बाद भी तबादले हो सकते हैं। राज्य सरकार इस समय IG के साथ ही कई जिलों के SP बदलने जा रही है। इस लिस्ट में ज्यादातर नाम उनके हैं, जिन्हे एक जिले में दो साल से ज्यादा का वक्त हो चुका है। इसके अलावा अधिकारियों की परफॉर्मेंस भी तबादले का आधार बनेगी…..
सूत्रों की मानें तो इस फेरबदल में प्रदेश के बड़े जिले प्रभावित होंगे। रायपुर SSP की जगह दुर्ग या बिलासपुर के SP को रायपुर लाया जा सकता हैं। इसमें दुर्ग एसपी अभिषेक पल्लव का नाम पहला है, चूँकि संतोष सिंह जनवरी में ही बिलासपुर एसपी बनाए गए हैं। रायपुर SSP प्रशांत अग्रवाल को राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण जिले की जिम्मेदारी दी जा सकती है। राजनांदगांव SP अभिषेक मीणा हाल ही में वहां भेजे गए हैं, लेकिन उनका नाम भी लिस्ट में होने की चर्चा है
बलौदाबाजार,अंबिकापुर,बेमेतरा,राजनांदगांव,मुंगेली,कांकेर,धमतरी, सुकमा,जगदलपुर और बस्तर के SP भी बदले जाएंगे।
कहा जा रहा है कि सीएम भूपेश बघेल अपने मंत्रियों के साथ प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर समीक्षा कर चुके हैं।
साथ ही बस्तर कांड के बाद से तबादले की अटकलों ने जोर पकड़ लिया है। सूत्रों की मानें तो कुछ नेताओं ने भी अधिकारियो का तबादले करने कहा है। चुनाव के कारण नेताओं की भी सुनी जाएगी। साथ ही इस बात का ध्यान भी रखा जाएगा कि नये बनाए गए SP चुनाव को बेहतर तरीके से करा सकें। इन सारी बातों को ध्यान में रखते हुए पुलिस मुख्यालय में लिस्ट का काम अंतिम चरण पर है। बस्तर IG सुंदरराज पी के बदले जाने की चर्चा है।
उन्हें बस्तर में इस पद की जिम्मेदारी निभाते लंबा समय हो गया है। दंतेवाड़ा के अरनपुर में हुए नक्सल हमले के बाद राज्य सरकार के लिए सबसे बड़ी चुनौती बस्तर संभाग ही है। क्योंकि ट्रांसफर लिस्ट में जिन अधिकारियों का नाम चल रहा है, उसमें सबसे ऊपर नाम बस्तर आईजी का है। साल 2003 बैच के IPS सुंदराज पी लंबे समय से बस्तर संभाग की कमान सम्भाल रहे हैं। दो टर्म में उन्हें बस्तर संभाग में पांच साल से ज्यादा का वक्त हो गया है।
आईपीएस सुंदरराज पी, नक्सल मोर्चे के एक्सपर्ट माने जाते हैं और बस्तर में होने वाली हर मूवमेंट और संवेदनशील इलाकों की जानकारी उन्हें है।वे DIG के रूप में भी लंबे समय तक बस्तर में रहे हैं। कुछ समय के लिए उन्हे बस्तर संभाग से मुख्यालय बुलाया गया था लेकिन बाद में फिर उन्हें बस्तर की कमान सौंप दी गयी। कांग्रेस सरकार के टर्म में सुंदरराज पी को बस्तर संभाग में तीन साल से ज्यादा का वक्त होने वाला है। अगर सरकार इन्हें नहीं बदलती तो चुनाव आते तक आयोग उन्हें बदल देगा। यही वजह है कि उनकी जगह सरकार किसी और की पोस्टिंग सोच रही है।
हाल ही में दंतेवाड़ा में बड़ा नक्सल हमला हुआ है और यहां चुनाव करीब आते ही नक्सलियों की धमकियां और पोस्टर दिखाई देने लगते हैं। ऐसे में बस्तर को समझने वाले किसी अधिकारी को ही यहां की कमान दी जा सकती है, क्योंकि सरकार भी ये नहीं चाहेगी कि चुनावी साल में फिर कोई ऐसी घटना हो जिससे उन पर सवाल खड़ा किया जा सके। इस स्थिति में किसी नये अधिकारी को कमान सौंपने की जगह बस्तर में पहले काम कर चुके IPS अधिकारी को ही यहां की कमान दी जा सकती है।
इसमें पहला नाम PTS चंद्रखुरी के प्रमुख IPS रतन लाल डांगी का है। उन्होंने बस्तर में पहले बेहतर काम किया है।