मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में नवनिर्मित ‘महाकाल लोक’ में भव्य प्रवेश द्वार, फव्वारों सहित शिव पुराण की कहानियों को दर्शाने वाले 50 से ज्यादा चित्रों की श्रृंखला बनाई गई है. उज्जैन में बना 900 मीटर से अधिक लंबा महाकाल कॉरिडोर भारत में अब तक निर्मित ऐसे सबसे बड़े गलियारों में से एक है.
करीब साढ़े तीन साल की मेहनत के बाद महाकाल लोक के हर कोने को इस तरह पत्थरों को तराश कर महाकाल का ऐसा भव्य परिसर तैयार किया गया है जहां आंखें बस निहारती रह जाएंगी. यहां भगवान शिव, शक्ति और धार्मिक घटनाओं से जुड़ी करीब 200 मूर्तियां लगाई गई हैं..इसे पूरे परिसर को घूमने में 3 से 4 घंटे का समय लगेगा लेकिन इस वक्त में हजारों सालों का धर्म इतिहास जीवित हो उठेगा. यहां कि दीवार पर शिवपुराण से ली गई कथाओं को उकेरा गया है. पत्थरों के जरिये भोलेनाथ के विवाह को दिखाया गया है. शिव विवाह का स्टोन से बना म्यूरल देश में सबसे बड़ा 132 फीट और 6 फीट चौड़ा है.कॉरिडोर में शिव कथा को दर्शाने वाले चित्रांकन किये जा रहे हैं. भव्य प्रवेश द्वार बनाया गया है. उज्जैन में बन रहा कॉरिडोर काशी विश्वनाथ मंदिर से आकार में करीब 4 गुना बड़ा है. महाकाल कॉरिडोर में शिव तांडव स्त्रोत, शिव विवाह, महाकालेश्वर वाटिका, महाकालेश्वर मार्ग, शिव अवतार वाटिका, प्रवचन हॉल, रूद्रसागर तट विकास, अर्ध पथ क्षेत्र, धर्मशाला और पार्किंग सर्विसेस भी तैयार किया जा रहा है. इससे भक्तों को दर्शन करने और कॉरिडोर घूमने के दौरान खास अनुभव होने वाला है.